देश तरफ कोई भी नहीं देता ध्यान
यहाँ नेतावों का बढ़ता हुआ भ्रष्टाचार
देश को चख रहे जैसा "आम" का अचार
अब देश में यही बना हैं एक वरदान
सिर्फ कहने को हैं मेरा भारत महान
हर रोज़ निकलता हैं एक नया घोटाला
कैसे बंद होगा यह, कैसे लगेगा ताला
महंगाई के तले डूबा हुआ हैं हर इंसान
सिर्फ कहने को हैं मेरा भारत महान
प्रजातंत्र मनाते हैं उत्साह और शानसे
तिरंगा फहराते नेता अपने अपने मानसे
मिटेगा भ्रष्टाचार तो ही होगा सन्मान
सिर्फ कहने को हैं मेरा भारत महान
कितने ल़ोग येहाँ भूखेही सो जाते हैं
नेता माल खाकर प्रजातंत्र मनाते हैं
जागो, हमें रखना होगा तिरंगे का मान
तब शान से कहेंगे मेरा भारत महान