कुछ दिन बीत गए समय के साथ साथ लोगों की विचार करने की द्रष्टि बदल गई राज्य के लोग कहने लगे की मंदिर हमारे राज्य में हैं, फिर भी ओ पूजा गाँव की भाषा में क्यूँ करते है ? इसी वाद और विवाद से दो गुटों के बिच हथापायी हुई फिर मामला कोर्ट कचहरी तक गया. फिर मंदिर के द्वार बंद कर दिए गए और द्वार पर एक बडासा ताला लगा दिया गया. लेकिन लोगों की भीड़ कम नहीं हुइ लोग आते रहे और बाहरसे दर्शन लेकर जाते रहे यह सिलसिला तो चलता ही रहा.
इससे पहले हमें यह जान लेना जरुरी हैं की, भगवान कौन सी भाषा में प्रार्थना सुनता हैं. दुनिया में कई भाषाएँ हैं भगवान की कौन सी भाषा हैं ? भगवान के लिए भाषा की नहीं बल्कि भाव की जरुरत हैं. भगवान को श्रदधा की जरुरत हैं. फिर भी हम जोर जोर से गाते हैं, लोउड स्पीकर भी लगाते हैं यह सब किसको सुनाने के लिए ? पब्लिक को या भगवान को ?
संत कबीर एक मुल्ला को अजान करते देख कहते हैं. तेरा खुदा क्या बहीरा हैं. अगर चींटी के पैर में घुंघरू बांधे तो भी भगवान को सुनाई देता हैं. आप को भगवान ने बोलने की क्षमता दी इस लिए आप गाते हैं , बोली का उपयोग करते हैं . अब मुझे भगवान से यह पूछना चाहिये की गूंगा कौन सी भाषा में प्रार्थना करता हैं ? क्या गूंगे की प्रार्थना भगवान को सुनाई नहीं देती ? या गूंगे को प्रार्थना करने का अधिकार हैं ही नहीं ? हमें भी प्रार्थना ठीक गूंगे की तरह ही करना चाहिए.
कल की ही बात हैं एक नेता हिन्दी में शपथ ले रहां था. कुछ मराठी भाषीकोने , उसे मराठी में शपथ लेने को कहा. बात हथापायी तक उतर आई. अब मेरा कहना यह हैं हम किसी को जबरदस्ती से नहीं कह सकते की तुम मराठी में ही शपथ लो. क्यूँ की शपथ की कोई बोली नहीं होती, शपथ एक भाव हैं जिसका स्वीकार ही प्रेम हैं जिस के लिए आप वचनबध्ध हैं. शपथ को हम किसी एक भाषा या बोली में बांध नहीं सकते, अगर उस का पालन ही नहीं करना हैं तो कौनसी भाषा ,कौनसी बोली या कौनसी शैली ये कुछ भी मायने नहीं रखता. क्यूँ की शपथ में जिस भाषा का उपयोग किया जाता हैं ओ स्टेज में जाकर लोगो को बताने के लिए नहीं, बल्कि शपथधारक उसका अर्थ समझ सके और सही तरीके से पालन कर सके .शपथ भाषा में हो, लेकिन बोली में नहीं, यहाँ कौन सी भाषा में शपथ लेता हैं इस से भी ज्यादा महत्त्वपूर्ण यह हैं की ओ शपथ को समझा या नहीं, और उसका कैसा पालन हो ....शपथ तो वचन हैं, अपने कर्त्तव्य की भावना को जागृत करने का. शपथ का नाता दिल से जोडो भाषा से नहीं ...